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Tonic water and zinc cure Covid-19:Myth and or Reality (HINDI )

विश्व महामारी कोविड-१९  के गिर्द जनआस्था (मिथ )और यथार्थ -पहली क़िस्त

मिथ : टॉनिक वाटर कोविड -१९ विश्व आपदा से राहत दिलवा सकता है

यथार्थ :यह महज़ खामख्याली विशफुल थिंकिंग है। टॉनिक वाटर में भले क्विनीन और हाड्रोक्सी क्लोरोक्विन का अल्पांश मौज़ूद होता है। सम्भव हैं यहीं से यह जनविश्वास पैदा हुआ है जिसे डॉ. ट्रम्प ने प्रकारांतर से हाइप किया है. एक लीटर टॉनिक वाटर में जो अमरीका में बिक रहा है मात्र ८३ मिलीग्राम क्विनीन ही है। जबकि मलेरिया में दी जाने वाली क्विनीन की एक गोली में इसकी मात्रा ३२४ मिलीग्राम होती है। यह गोली आठ घंटे बाद दोबारा दी जाती है। जबकि क्विनीन और  हाया -ड्रोक्सी -क्लोरो -क्वीन की कोविड -१९ के खिलाफ असर कारिता  के भी कोई प्रामाणिक पक्ष भी सामने नहीं आये हैं। ज़ाहिर है हाइप किये गए टॉनिक वाटर में क्विनीन की मात्रा का दवा के रूप में इस्तेमाल किसी काम का नहीं है।
यहां यह भी बत्लादें कुछ लोग ज़िंक को  भी इस माहामारी (विश्वमारी )के खिलाफ आज़मा रहे हैं थेंक्स टू फेसबुक शोशल डॉक्टर्स की एक नै पौध पैदा हो गई है जिसका नेतृत्व डॉ. ट्रम्प कर रहें हैं।


ज़िंक आंगिक सुरक्षा कर सकता उन अंगों की जिन तक पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है मसलन  गंभीर चुनिंदा फेफड़ों के संक्रमण के मामलों में। इंफेक्शन के खिलाफ यह कोई दवा नहीं है।

मिथ : टॉनिक वाटर कोविड -१९ विश्व आपदा से राहत दिलवा सकता है
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